उत्तराखंड के वित्त मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने बुधवार को समावेशी विकास पर ध्यान देने के वादे के साथ वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए राज्य का बजट पेश किया। अग्रवाल ने अपने भाषण में कहा कि बजट मानव पूंजी में निवेश, समावेशी विकास, पूंजीगत व्यय में वृद्धि और स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतर उपलब्धता पर केंद्रित है।
उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में अपने बजट भाषण में अग्रवाल ने पूंजीगत व्यय में वृद्धि की घोषणा की। इस वर्ष राज्य के कुल बजट 77,407 करोड़ रुपये है, जो पिछले वर्ष की तुलना में 18.5 प्रतिशत अधिक है।
अग्रवाल ने जोशीमठ भूस्खलन क्षेत्र के लिए 1,000 करोड़ रुपये के परिव्यय की भी घोषणा की। जनवरी में, जोशीमठ नगर पालिका में धीमी गति से धंसने के कारण हुए भूस्खलन के परिणामस्वरूप 700 से अधिक घरों में दरारें आ गईं, जिससे परिवारों और निवासियों को स्थानांतरित होने के लिए मजबूर होना पड़ा। कई सड़कें, होटल और अस्पताल भी प्रभावित हुए।
यहां उत्तराखंड बजट 2023 के कुछ मुख्य बिंदु हैं:
- जोशीमठ और अन्य स्थानों पर भूस्खलन से राहत के लिए 1000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
- राज्य सरकार ने कृषि के लिए कुल 10,294 करोड़ रुपये के प्रावधान के साथ बागवानी विभाग में 815 करोड़ रुपये के प्रावधान की घोषणा की.
- पॉली हाउस के लिए 200 करोड़ रुपये और मिशन एप्पल योजना के तहत 35 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
- सिंचाई के लिए 1,443 करोड़ रुपये और गन्ना मूल्य के भुगतान के रूप में 215 करोड़ रुपये दिए गए हैं।
- स्वास्थ्य के लिए 4,217 करोड़ रुपये और अटल आयुष्मान योजना के लिए 40 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
- मेडिकल कॉलेज व नर्सिंग कॉलेज के निर्माण के लिए 400 करोड़ रुपये आवंटित हैं.
- सरकार ने लोक सेवा आयोग के लिए 133 करोड़ रुपये के प्रावधान की भी घोषणा की है।
- कार्यबल विकास के लिए 100 रुपये का प्रावधान किया गया है, जिसमें 40 करोड़ रुपये मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के लिए अलग से आवंटित किए गए हैं।
- पर्यटन के लिए 302 करोड़ रुपये और उत्तराखंड राज्य पर्यटन विकास परिषद के लिए 63 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
- उद्योगों को अनुदान के लिए 26 करोड़ रुपये का प्रावधान.
- चारधाम यात्रा में मूलभूत सुविधाओं हेतु 10 करोड़ रुपये की व्यवस्था.
- शिक्षा एवं युवा कल्याण हेतु 10,459 करोड़ रुपये की व्यवस्था. उत्कृष्ट संकुल विद्यालय हेतु 51 करोड़ रुपये की व्यवस्था.
- सामाजिक कल्याण के लिए 2,850 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
- लोक निर्माण विभाग के लिए 2791 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। विभिन्न विभागों में अधोसंरचना कार्य हेतु 1300 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गयी है.
- जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए 100 करोड़ रुपये का प्रावधान।
- ऊर्जा के लिए 1251 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
- लखवाड़ परियोजना के लिए 500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।
अपने भाषण में राज्य के वित्त मंत्री ने कहा कि बजट में युवा शक्ति पर विशेष फोकस किया गया है. राज्य सरकार ने उत्तराखंड को मजबूत बनाने का संकल्प लिया है। इसी दिशा में बजट तैयार किया गया है। प्रेमचंद अग्रवाल ने यह भी कहा कि उत्तराखंड को पर्यटन के क्षेत्र में नंबर वन बनाया जाएगा।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “यह बजट उत्तराखंड का ‘संकल्प’ है। यह पीएम मोदी के ‘सबका साथ सबका विकास’ को साकार करने में मदद करेगा।” हमने वर्तमान बजट में रोजगार, बागवानी, कृषि, स्टार्ट-अप, पर्यटन और उद्योग पर ध्यान केंद्रित करते हुए सभी क्षेत्रों को शामिल किया है।”